Indian Railway Job 62 हजार से अधिक पदों पर भारतीय रेलवे में बंपर भर्ती !
पूरे भारत में असिस्टेंट लोको पायलट और टेक्नीशियन की सन 2018 में 62 हजार 275 पदों के लिए भर्त< निकली थी, जिसमें लाखों परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी। लिखित परीक्षा और दस्तावेज वेरिफिकेशन में पास होने वाले हजारों परीक्षार्थियों का मेडिकल हुआ, लेकिन उन्हें भर्ती करने की जगह वेटिंग में डाल दिया गया।

इन परीक्षार्थियों को मेडिकल के बाद उम्मीद थी कि इनकी ज्वाइनिंग जल्द ही रेलवे में होगी, लेकिन चार साल बाद भी इंतजार करते रहे। ऐसे में विरोध और अपने क्षेत्रों के सांसदों के माध्यम से परीक्षार्थियों ने अपनी आवाज रेल मंत्रालय व संसद तक पहुंचाई। अब रेल मंत्रालय ने देश के सभी महाप्रबंधकों को पत्र लिखकर < रिक्त पदों का ब्योरा मांगा है, जिसके चलते एक बार फिर परीक्षार्थियों को उम्मीद जगी है।
सन 2018 में रेलवे रिक्रूटमेंट बोर्ड (आरआरबी) असिस्टेंट लोको पायलट के लिए 23 < हजार 495 और टेक्नीशियन पदों के लिए 36 हजार 576 की वैकेंसी निकाली थी। अहमदाबाद, अजमेर, प्रयागराज, बेंगलुरु, भोपाल, भुवनेश्वर, बिलासपुर, चंडीगढ़, चेन्नई, गोरखपुर, गुवाहटी, जम्मू एवं कश्मीर, कोलकाता, मालदा, मुंबई, मुजफ्फरपुर, पटना, रांची, सिलीगुड़ी, तिरुपति, तिरुअनंतपुरम और सिकंदराबाद में अलग-अलग आरआरबी में परीक्षार्थियों ने आवेदन किया था।
हजारों परीक्षार्थियों को नहीं मिली नौकरी
परिणाम निकलने के बावजूद हजारों परीक्षार्थी को नौकरी नहीं मिल सकी, जबकि इनका मेडिकल तक रेलवे अस्पतालों से हो चुका था। फिट होने के बावजूद इन लोगों की भर्ती नहीं हुई। इन परीक्षार्थियों का कहना था कि रिक्त पद होने के बावजूद इनकी भर्ती नहीं की गई और उनको वेटिंग में रख दिया गया। देश भर से इन < परीक्षार्थियों ने अलग-अलग ज्ञापन दिए, जिसके चलते अब 14 मई 2022 को रेल मंत्रालय ने सभी महाप्रबंधकों से पत्राचार कर जानकारी मांगी है। इस पत्र के बाद अब परीक्षार्थियों को उम्मीद जगी है कि इन पदों पर उनकी भर्ती है। पत्राचार के बाद साफ हो जाएगा कि कितने पद अब खाली पड़े हैं।
इन बिंदुओं पर मांगी है जानकारी
रेल मंत्रालय ने सभी महाप्रबंधकों को लेटर भेजकर जानकारी मांगी है कि कितने पद खाली है। इसकी जानकारी विभिन्न बिंदुओं पर देनी होगी। इसके तहत कैटेगिरी, आरआरबी द्वारा नोटिफाई की गई वैकेंसी, पैनल सप्लाइड, परीक्षार्थियों ने ज्वाइन नहीं किया या फिर छोड़ गए, आरआरबी द्वारा की < गई रिप्लेसमेंट डिमांड, कितनी रिप्लेसमेंट मिलीं, मौजूदा डीआर वैकेंसी, कितनी रिप्लेसमेंट प्रपोज्ड की गई हैं। अतिरिक्त वैकेंसी प्रपोज्ड तथा रिमार्क शामिल हैं। इन बिंदुओं पर ही सारी जानकारी उपलब्ध करवानी होगी।