
आंध्र प्रदेश

मध्य प्रदेश

बिहार

छत्तीसगढ़

दिल्ली

अरुणाचल प्रदेश

असम

गोवा

गुजरात

हरियाणा

हिमाचल

जम्मू कश्मीर

झारखंड

कर्नाटका

केरल

महाराष्ट्र

मणिपुर

मेघालय

मिजोरम

नागालैंड

उड़ीसा

पंजाब

राजस्थान

सिक्किम

तमिलनाडु

तेलंगाना

उत्तराखंड

उत्तर प्रदेश

पश्चिम बंगाल

अंडमान-निकोबार

चंडीगढ़

दादरा-नगर-हवेली

दमन-दीव

लक्षद्वीप

पांडिचेरी
छत्तीसगढ़ के चांदखुरी, गिरोदपुरी और सोनाखान के नाम बदल दिए गए
छत्तीसगढ़ के चांदखुरी, गिरोदपुरी और सोनाखान के नाम बदल दिए गए हैं। इसका ऐलान खुद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने किया है। मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद अब नए नामों से गजट का प्रकाशन किया जाएगा। दरअसल यह बड़ा फैसला छत्तीसगढ़ सरकार ने स्थानीय जनप्रतिनिधियों और लोगों की मांग पर लिया है.
अब वहां की पहचान में नए शहरों के नाम जुड़ गए हैं। चांदखुरी का नाम माता कौशर्यधाम चांदकुरी होगा। यह दुनिया का एकमात्र कौशल्या मंदिर है। वनपथ गमन टूरिज्म सर्किट में चांदखुरी श्रीराम भी शामिल है।
गिरोदपुरी को अब बाबा गुरु घासीदास धाम गिरोदपुरी के नाम से जाना जाएगा। गिरोदपुरी सतनाम पंथ के अनुयायियों की आस्था का बड़ा केंद्र है। शहीद वीरनारायण सिंह धाम को सोनाखान के नाम से जाना जाएगा।
सोनाखान 1857 की क्रांति में छत्तीसगढ़ के प्रथम शहीद वीरनारायण सिंह की जन्मस्थली है, इस कारण बदले हुए नामछत्तीसगढ़ में ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व के गांवों के नाम बदलने का एक नया चलन शुरू होता दिख रहा है।
कांग्रेस विधायकों ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मुलाकात की और गिरोदपुरी और सोनाखान के नाम बदलने की मांग की. इससे पहले कांग्रेस नेता माता कौशल्या धाम को चांदकुरी से जोड़ने की मांग उठा चुके हैं।
इन विधायकों ने मुख्यमंत्री को दो ज्ञापन सौंपा. इसमें एक के जरिए गिरोदपुरी के नाम से संत बाबा गुरु घासीदास धाम को जोड़ने की मांग की गई। दूसरे ज्ञापन में शहीद वीर नारायण सिंह धाम को सोनाखान से जोड़ने का अनुरोध किया गया। चंद्रदेव राय ने कहा, गिरोदपुरी गुरु घासीदास जी की जन्मभूमि है। यह सतनामी समाज की आस्था का सबसे बड़ा केंद्र है। यहां हर साल देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु पहुंचते हैं।
समाज लंबे समय से मांग कर रहा है कि इसका नाम संत बाबा गुरु गैसीदास धाम गिरोदपुरी रखा जाए। इससे देश और प्रदेश में इसकी ख्याति एक पवित्र धाम के रूप में होगी। वहीं, 1857 की क्रांति में छत्तीसगढ़ के पहले शहीद वीर नारायण सिंह का जन्म सोनाखान में हुआ था।
शहीद वीर नारायण सिंह धाम सोनाखान को उनकी जन्मस्थली पर उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि होगी। कहा जा रहा है कि मुख्यमंत्री ने विधायकों की मांग पर सैद्धांतिक सहमति दे दी है. यह मांग उठाने वालों में विधायक बृहस्पत सिंह, गुलाब कामरो, यूडी मिंज, गुरुदयाल सिंह बंजारे और विनय जायसवाल शामिल थे।
बलौदाबाजार-भाटापारा जिला जिले में है। हुह। गिरोदपुरी सतनाम पंथ का सबसे बड़ा धार्मिक-सामाजिक केंद्र है। इसे पहले से ही गिरोदपुरी धाम कहा जाता है। सोनाखान वन क्षेत्र में स्थित है।
यह स्वतंत्रता सेनानी वीर नारायण सिंह के जन्मस्थान के रूप में प्रसिद्ध है। इसके पास ही बाघमरा का प्रसिद्ध स्वर्ण खंड है। डीएनपीए आचार संहिता।
Read Also This
- High Court Peon Vacancy : उच्च न्यायालय में 10वीं और 12वीं पास कें लिए निकली
- Peon Lekhpal Bharti: मंत्रालय विभाग में लेखपाल और चपरासी के पदों पर सरकारी नौकरी की भर्ती
- CGPSC State Service Exam 2023 : छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग राज्य सेवा पदों पर भर्ती
- Post Office Recruitment : डाक विभाग में लेखापाल कें पदों पर निकली सरकारी नौकरी भर्ती
- Peon Chowkidar Bharti : शासकीय विभाग में निकली बंपर भर्ती जल्द करें आवेदन
- 10th ITI Pass Recruitment : शासकीय विभाग में 10वीं और आईटीआई पास के लिए भर्ती
- Peon Bharti 2023 : शासकीय विभाग में चपरासी के पदों पर भर्ती
- Mining Officer Bharti : खनिज विभाग में निकली सरकारी नौकरी भर्ती
- GOVERNMENT OF INDIA MINISTRY OF DEFENCE : Administrative/ Secretarial Work
- Indian Coast G Vacancy 2023 : भारतीय तट रक्षक में 10वीं पास के लिए निकली सरकारी नौकरी भर्ती